जिसके बाद उन्हें करगहर के स्वास्थ केंद्र में भर्ती किया गया, लेकिन बाद में उन्हें बेहतर इलाज के लिए जमुहार मेडिकल कॉलेज में भर्ती किया गया। जहां उन्हें डॉक्टर ने फूड प्वाइजन बताया।
जैसे ही खबर मिली रोहतास सिविल सर्जन अपने टीम के साथ हरकत में आ गए और जांच में जुड़ गए।
बताया जा रहा है की मुहर्रम में जुलूस के दौरान उसी गांव में मेला लगा था और वही सभी लोग खाने के लिए समौसा खरीदे थे और समौसा खाने के बाद से ही उनकी तबियत बिगड़ने लगी। इसमें कई बूढ़े, बच्चे और महिलाएं भी है।
इस दुकानदार से पूछताछ करने पर पता चला की वह करगहर से डब्बा बंद सरसों तेल खरीदा था।
आगे जांच चल रही है।